घनश्याम सांवरियां मेरे
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे,
घनश्याम सांवरियां मेरे॥॥
तुम दिन बंधु हितकारी,
आये हम शरण तिहारि,
काटो जनम मरण के फेरे,
घनश्याम सांवरियां मेरे॥॥
विषयों के जाल मे फंसकर,
मोह ममता के पाश मे कसकर,
दुख पाये मै नाथ घनेरे,
घनश्याम सांवरियां मेरे॥॥
हम दिन हीन संसारी,
आशा एक नाथ तुम्हारी,
तेरे चरण कमल के चेरे,
घनश्याम सांवरियां मेरे॥॥
तुने लाखो पापी तारे,
नही कोई गुणदोष विचारे,
खड़ा भिक्षु द्वार पे तेरे,
घनश्याम सांवरियां मेरे॥॥
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे,
घनश्याम सांवरियां मेरे॥॥