नवरातों में शेरावाली,
मेरे घर भी आ जाना,
चरण पखारूँ आरती उतारूँ,
आकर भोग लगा जाना,
नवरातो में शेरावाली,
मेरे घर भी आ जाना।।
तर्ज – फूल तुम्हे भेजा है।
तेरी ज्योति से जोतावाली,
चारों तरफ उजियाला है,
मैहर करो माँ मेहरवाली,
तू ही कश्ती का किनारा है,
माँ बेटे का रिश्ता जग में,
मैया सबसे पुराना है,
नवरातो में शेरावाली,
मेरे घर भी आ जाना।।
लाल लाल चुनरी लाल चूड़ा,
तेरे मन को भाए माँ,
रोली मोली कुमकुम मेहंदी,
तुझको खूब लुभाए माँ,
सिंह सवारी करके मैया,
एक बार दर्श दिखा जाना,
नवरातो में शेरावाली,
मेरे घर भी आ जाना।।
नवरुपों का दर्शन करके,
मैंने तुझको पाया है,
चाँद सितारें फूल और खुशबु,
तुझमे ब्रम्हांड समाया है,
‘पुरवा’ कहे माँ जनम जनम तक,
तेरा दर्शन पाना है,
नवरातो में शेरावाली,
मेरे घर भी आ जाना।।
नवरातों में शेरावाली,
मेरे घर भी आ जाना,
चरण पखारूँ आरती उतारूँ,
आकर भोग लगा जाना,
नवरातो में शेरावाली,
मेरे घर भी आ जाना।।