मेरी बहना केशों पर लिख कल्याणी,
-दोहा-
सत्य कलम ले हाथ में,
भर के धर्म दवात,
जो जो मैं तोसे कहूं,
बहना लिख दे वही बात।
मेरी बहना केशों पर लिख कल्याणी,
मस्तक पर लिख महारानी,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।।
भृकुटि पर भय भंजन लिख दे,
पलकों पर प्रतिपाली,
नैनो से नैना देवी लिखियो,
कोर पर कमला काली,
नाक पर नारायणी लिख दे तू,
नाक पर नारायणी लिख दे तू,
लिख कानों पर कंकाली,
बहना गालों पर गोरी ज्ञानी,
रसना पर लिख रुद्राणी,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।।
कंठ पर कुष्मांडा लिखकर,
लिख कांधे पर कात्यायनी,
भुजंग पर लिख भव्य भगवती,
भवमोचनी भवानी,
पहुंची पर पुरुषत्री लिख दे,
पहुंची पर पुरुषत्री लिख दे,
अंगुलियों पर अंबे रानी,
बहना नाभि पर नित्य कुमारी,
कंठ पर लिख कन्या प्यारी,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।।
जांघों पर जगदंबे ज्वाला,
पिंडलिन पर्वत वारी,
एड़ी पर इन्द्रीमां लिख,
पंजे पर पालन हारी,
तलवे पर लिख तीन लोक की,
तलवे पर लिख तीन लोक की,
जाने जग महतारी,
बहना रामे चेतन होकर के,
मन इत चित इतकूं धर के,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।।
मेरी बहना केशो पर लिख कल्याणी,
मस्तक पर लिख महारानी,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।।