मैया आवेगी मैया आवेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी।।
तर्ज – मैं ना भूलूंगा।
बुलावे टाबरिया,
या दौड़ी आवे है,
आंसुड़ा भक्ता का,
देख ना पावे है,
आके म्हारे सर पे या तो,
हाथ फिरावेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी।।
माँ की ममता को तो,
कोई भी मोल नहीं,
भेद ना भाव करे,
माँ सो कोई और नहीं,
मोह माया से आके म्हाने,
मैया बचावेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी।।
आंच ना आवेगी,
लाज ना जावेगी,
भरोसो कर ले तू,
या साथ निभावेगी,
‘सूरज’ कवे सुनी बगिया में,
फूल खिलावेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी।।
मईया आवेगी मईया आवेगी,
सांचे मन से याद करोगा,
रुक ना पावेगी,
मईया आवेगी मईया आवेगी।।