सुन भक्तो की करुण पुकार,
तुम एक बार आओ मेरी माँ,
तू ही जग की है पालनहार,
तू ही जग की है पालनहार,
ना अब तरसाओ भोली माँ,
सुन भक्तों की करुण पुकार,
तुम एक बार आओ मेरी माँ।।
तर्ज – आ लौट के आजा।
देख ले आके बच्चे तुम्हारे,
कैसे तड़प रहे है,
इस विपदा ने हे जगजननी,
ममता को तरस रहे है,
तुझे सौंपा है जीवन का भार,
तुझे सौंपा है जीवन का भार,
तुम एक बार आओ मेरी माँ,
सुन भक्तों की करुण पुकार,
तुम एक बार आओ मेरी माँ।
भूल हुई क्या ऐसी हमारी,
कुछ भी समझ ना आये,
कहे ‘टीटू’ हमें क्षमा करो माँ,
तुम बिन किसको बुलाए,
सारी मानवता गई हार,
सारी मानवता गई हार,
तुम एक बार आओ मेरी माँ,
सुन भक्तों की करुण पुकार,
तुम एक बार आओ मेरी माँ।।
सुन भक्तो की करुण पुकार,
तुम एक बार आओ मेरी माँ,
तू ही जग की है पालनहार,
तू ही जग की है पालनहार,
ना अब तरसाओ भोली माँ,
सुन भक्तों की करुण पुकार,
तुम एक बार आओ मेरी माँ।।