ओ बाबा तेरे भक्त बुलाये,
आ जाओ गजानन प्यारे,
आ जाओ गजानन प्यारें,
अब देर करो ना आ जाओ द्वारे,
आ जाओ गजानन प्यारें,
आ जाओ गजानन प्यारें।।
तर्ज – तेरी बंजारन रस्ता।
सब देवन में देव कहाओ,
माँ गौरा के लाल कहाओ,
शिव शंकर संग रिद्धि सिद्धि,
ले आओ द्वार हमारे,
आ जाओ गजानन प्यारें,
आ जाओ गजानन प्यारें।।
भांति भांति के फूल मंगाए,
घर आंगन और द्वार सजाये,
धूप दीप से महके मंडप,
मोदक भोग सजा रे,
आ जाओ गजानन प्यारें,
आ जाओ गजानन प्यारें।।
घर आकर के फिर नही जाना,
हम सबके मन मे बस जाना,
चाह ‘मुकेश’ की एक ही बाबा,
सभा में रंग बरसा रे,
आ जाओ गजानन प्यारें,
आ जाओ गजानन प्यारें।।
ओ बाबा तेरे भक्त बुलाये,
आ जाओ गजानन प्यारे,
आ जाओ गजानन प्यारें,
अब देर करो ना आ जाओ द्वारे,
आ जाओ गजानन प्यारें,
आ जाओ गजानन प्यारें।।