आओ आज पधारो,
माँ पार्वती के प्यारे,
हे शिव शंकर के दुलारे,
हे गणनायक हे लम्बोदर,
सब देवो से न्यारे,
आओं आज पधारों,
माँ पार्वती के प्यारे,
हे शिव शंकर के दुलारे।।
तर्ज – जनम जनम का साथ है।
प्रथम मनाये आपको,
करे तुम्हारी पूजा,
सब देवो में तुमसा,
और नहीं कोई दूजा,
सफल बनाओ आकर के तुम,
बिगड़े काज हमारे,
आओं आज पधारों,
माँ पार्वती के प्यारे,
हे शिव शंकर के दुलारे।।
जिसने ध्याया आपको,
उसका संकट टाला,
तेरी कृपा से बाबा,
हो जाए उजियारा,
ज्योत जलाकर सबके मन के,
दूर करो अंधियारे,
आओं आज पधारों,
माँ पार्वती के प्यारे,
हे शिव शंकर के दुलारे।।
शुभ और लाभ तुम्हारे,
रिद्धि सिद्धि के स्वामी
करो कृपा हे देवा,
तुम हो अन्तर्यामी,
‘नरसी’ सब भक्तों संग मिलकर,
तेरा नाम उचारे,
आओं आज पधारों,
माँ पार्वती के प्यारे,
हे शिव शंकर के दुलारे।।
आओ आज पधारो,
माँ पार्वती के प्यारे,
हे शिव शंकर के दुलारे,
हे गणनायक हे लम्बोदर,
सब देवो से न्यारे,
आओं आज पधारों,
माँ पार्वती के प्यारे,
हे शिव शंकर के दुलारे।।