अवध नगरिया में राम राज कब लाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।
तेरे भक्तो पे चलती है गोलिया,
आके सब खेलते है खून की होलिया,
इन दुष्टों को कब आके सबक सिखाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।
बहनो की आबरू पल में लूट जाती है,
गऊ माता यहाँ काट दी जाती है,
कब अब हत्यारो से इन्हे बचाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।
‘कमल’ ‘संदीप’ की उम्मीदे ना खो जाए,
कहे कुलदीप कहीं देर ना हो जाए,
दिल के सपने कब साकार बनाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।
अवध नगरिया में राम राज कब लाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।