दरबार ये भोलेनाथ का है,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है,
किस्मत का ताला खुलता है,
दरबार ये भोलेनाथ का हैं,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है।।
ये तो भोला भंडारी है,
ये जग का पालनहारी है,
इसकी मर्जी से ही भक्तो,
संसार ये सारा चलता है,
दरबार ये भोलेनाथ का हैं,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है।।
यहाँ देरी का कोई काम नहीं,
यहाँ सुबह की होती शाम नहीं,
ये तो पलभर में ही भक्तो,
सबकी तक़दीर बदलता है,
दरबार ये भोलेनाथ का हैं,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है।।
ये सबसे सच्चा साथी है,
ये सबसे अच्छा माझी है,
ये थाम ले जिसकी नैया को,
‘सोनू’ वो पार उतरता है,
दरबार ये भोलेनाथ का हैं,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है।।
दरबार ये भोलेनाथ का है,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है,
किस्मत का ताला खुलता है,
दरबार ये भोलेनाथ का हैं,
यहाँ जो मांगो वो मिलता है।।