हर हर बम बम,
मेरा शिव अविनाशी भोलेनाथ,
कैलाश का वासी भोलेनाथ,
अंग भस्म रमाये भोलेनाथ,
गल माल सुहाए भोलेनाथ,
बाघम्बरधारी भोलेनाथ,
शमशान का वासी भोलेनाथ,
हर हर बमबम।।
शिव के मस्तक ऊपर चंदा,
जटा में जिसकी बहती गंगा,
जो भक्त शिव का ध्यान लगाए,
उसके सब संकट मिट जाए,
शिव का सुमिरन करले प्यारे,
मिट जाए तेरे हर गम,
हर हर बमबम।।
शिव ही सत्य है शिव ही शक्ति,
शिव ही चलाता सारी सृष्टि,
जो नर करता शिव की भक्ति,
पाप से उसको मिलती मुक्ति,
‘गौतम’ तेरी महिमा गाए,
साथ रहे तेरा हरदम,
हर हर बमबम।।
हर हर बम बम,
मेरा शिव अविनाशी भोलेनाथ,
कैलाश का वासी भोलेनाथ,
अंग भस्म रमाये भोलेनाथ,
गल माल सुहाए भोलेनाथ,
बाघम्बरधारी भोलेनाथ,
शमशान का वासी भोलेनाथ,
हर हर बमबम।।