जन जन का उद्धार,
करेगी राम कथा,
जन जन का कल्याण,
करेगी राम कथा।।
राम लखन प्रिय भरत शत्रुघ्न,
संग जानकी अंजनी नंदन,
मन मंदिर दरबार,
करेगी राम कथा,
जन जन का कल्याण,
करेगी राम कथा।।
कथा जित की हार नही है,
मिलता तुरत उधार नही है,
सफल नगद व्यापार,
करेगी राम कथा,
जन जन का कल्याण,
करेगी राम कथा।।
धरम कर्म करुणा श्रद्धा से,
न्याय नीति नित मर्यादा से,
राम राज्य साकार,
करेगी राम कथा,
जन जन का कल्याण,
करेगी राम कथा।।
राम कथा जो श्रवण कराते,
सरल प्रेम से सुनने आते,
उनको भव से पार,
करेगी राम कथा,
जन जन का कल्याण,
करेगी राम कथा।।
जन जन का उद्धार,
करेगी राम कथा,
जन जन का कल्याण,
करेगी राम कथा।।