किसने किया श्रृंगार मावड़ी,
प्यारा लगे ये दरबार मावड़ी,
किसने किया श्रृंगार मावड़ी।।
तर्ज – तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे।
तारों वाली लाल चुनड़ माँ,
किसने तुझे ओढ़ाई,
लाल सुरंगी मेहन्दी दादी,
किसने हाथ रचाई,
बनड़ी सी लागे तू आज मावड़ी,
किसने किया श्रृंगार मावडी,
प्यारा लगे ये दरबार मावड़ी,
किसने किया श्रृंगार मावड़ी।।
बागो से चुन चुन के कलियाँ,
सुन्दर हार बनाया,
रहे सलामत हाथ सदा वो,
जिसने तुझे सजाया,
करता रहूं मैं दीदार मावड़ी,
किसने किया श्रृंगार मावडी,
प्यारा लगे ये दरबार मावड़ी,
किसने किया श्रृंगार मावड़ी।।
देख तेरा श्रृंगार ओ मैया,
मुझको डर ये लागे,
प्यारी प्यारी दादी को,
कही आज नजर ना लागे,
तेरी नजर लूँ उतार मावड़ी,
किसने किया श्रृंगार मावडी,
प्यारा लगे ये दरबार मावड़ी,
किसने किया श्रृंगार मावड़ी।।
किसने किया श्रृंगार मावड़ी,
प्यारा लगे ये दरबार मावड़ी,
किसने किया श्रृंगार मावड़ी।।