सारे झूमो नाचो गाओ,
प्यारी दादी का लाड़ लड़ाओ,
हो हो हो सारे झूमो नाचो गाओ,
प्यारी दादी का लाड़ लड़ाओं,
आई सिंह पे होके सवार,
माँ करने भक्तो का उद्धार।।
तर्ज – तूने पायल है छनकाई।
मेरी माँ झुँझनवाली,
आता जो दर पे सवाली,
झोली भर देती खाली,
मेरी माँ,
देखो माल खजाना लूटाने,
बिगड़ी बच्चो की बनाने,
आई सिंह पे होके सवार,
माँ करने भक्तो का उद्धार।।
ओढ़े माँ लाल चुनरिया,
पाओं में बजे पायलिया,
लागे ना इसे नजरिया,
ओ भक्तो,
माँ ने सुन्दर रूप सजाया,
देख के मन सबका हर्षाया,
आई सिंह पे होके सवार,
माँ करने भक्तो का उद्धार।।
आओ सब घूमर घालो,
भजनो से माँ को रिझालो,
प्रेम से जोत जगा लो,
ओ भक्तो,
कृपा माँ की तुम भी पा लो,
‘रूबी रिधम’ शीश झुका लो,
आई सिंह पे होके सवार,
माँ करने भक्तो का उद्धार।।
सारे झूमो नाचो गाओ,
प्यारी दादी का लाड़ लड़ाओ,
हो हो हो सारे झूमो नाचो गाओ,
प्यारी दादी का लाड़ लड़ाओं,
आई सिंह पे होके सवार,
माँ करने भक्तो का उद्धार।।