Friday, July 5, 2024
Homeराम भजनसीता के राम थे रखवाले जब हरण हुआ तब कोई नहीं भजन...

सीता के राम थे रखवाले जब हरण हुआ तब कोई नहीं भजन लिरिक्स Sita Ke Ram The Rakhwale Lyrics In Hindi

सीता के राम थे रखवाले,
जब हरण हुआ तब कोई नहीं।।

द्रोपदी के पांचो पांडव थे,
जब चीर हरण तब कोई नहीं,
दशरथ के चार दुलारे थे,
जब प्राण तजे कब कोई नहीं।।

रावण भी बड़े शक्तिशाली थे,
जब लंका जली तब कोई नहीं,
श्री कृष्ण सुदर्शन धारी थे,
जब तीर चुभा तब कोई नहीं।।

लक्ष्मण जी भी भारी योद्धा थे,
जब शक्ति लगी तब कोई नहीं,
सर शय्या पे पड़े पितामह थे,
पीड़ा का सांझी कोई नहीं।।

अभिमन्यु राज दुलारे थे,
पर चक्रव्यूह में कोई नहीं,
सच है ‘देवेंद्र’ दुनिया वाले,
संसार में अपना कोई नहीं।।

सीता के राम थे रखवाले,
जब हरण हुआ तब कोई नहीं।।

BhajanSarthi
BhajanSarthi
Singer, Bhajan Lover, Blogger and Web Designer

संबंधित भजन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

नये भजन

Recent Comments

error: Content is protected !!