टुकड़ो पे आपके माँ,
चलता मेरा गुजारा,
तेरा ही है भरोसा,
तेरा ही है भरोसा,
तेरा ही है सहारा,
टुकड़ों पे आपके माँ,
चलता मेरा गुजारा।।
तर्ज – दुनिया ने दिल दुखाया।
कबसे खड़ा हूँ माता,
नैनो में नीर ले के,
खुशियों से भर दो झोली,
रो रो तुम्हे पुकारा,
टुकड़ों पे आपके माँ,
चलता मेरा गुजारा।।
तू है दयालु दाती,
मैं हूँ निबल भिखारी,
तेरे सिवा कही भी,
दामन नहीं पसारा,
टुकड़ों पे आपके माँ,
चलता मेरा गुजारा।।
किसको पुकारू मैया,
थामेगा कौन बाहें,
मजधार में है नैया,
मिलता नहीं किनारा,
टुकड़ों पे आपके माँ,
चलता मेरा गुजारा।।
भावों की रुखी रोटी,
लाया भेंट तेरी,
‘नरसी’ ये लाल तेरा,
हालात का है मारा,
टुकड़ों पे आपके माँ,
चलता मेरा गुजारा।।
टुकड़ो पे आपके माँ,
चलता मेरा गुजारा,
तेरा ही है भरोसा,
तेरा ही है भरोसा,
तेरा ही है सहारा,
टुकड़ों पे आपके माँ,
चलता मेरा गुजारा।।